How to Motivate & Develop New Creativity During LockDown?

मुझे नहीं लगता कि आप लोगों ने ऐसी ग्रेजुएशन सेरेमनी के बारे में सोचा भी होगा। जब आपको अर्जित ज्ञान को सेलिब्रेट करना चाहिए, आपको इस बात का दुख हो रहा होगा कि आपने क्या खो दिया। आपकी प्लानिंग्स, आपके जॉब्स, वो एक्सपीरिएंस जिनका आप इंतजार कर रहे थे। ऐसे हालात में उम्मीद ढूंढना मुश्किल हो सकता है।

लेकिन ये वो वक्त है जब आपको अपने दिमाग खुले रखने की जरूरत है, अपनी आशाएं और उम्मीद जगाए रखने की जरूरत है, उत्सुक होने की जरूरत है। अगर आप ये कर सके, तो इतिहास 2020 के बैच को हमेशा याद रखेगा। इसके लिए नहीं कि आपने क्या खोया, बल्कि इसलिए कि आपने क्या बदला। आपके पास मौका है सबकुछ बदलने का। मुझे उम्मीद है कि आप ये जरूर करेंगे।

हमारा इतिहास भी हमे आशावादी रहने और किसी भी हालत में उम्मीद न छोड़ने की सीख देता है। चाहे वो 1920 में ग्रेजुएट होने वाले स्टूडेंट्स हों, जब दुनिया ने एक घातक महामारी का अंत देखा या फिर 1970 के, जब वियतनाम युद्ध चल रहा था.. या फिर 2001 के स्टूडेंट्स, जिन्होंने अमेरिका में 9/11 को हुआ वो आतंकी हमला झेला। हर बार उस साल ग्रेजुएट होने वाले स्टूडेंट्स ने कुछ बदला ही है। इसलिए उम्मीद बनाए रखें।

एक पीढ़ी जब आगे बढ़ती है तो वह दूसरे के लिए भी आधार बना रही होती है। इस आधार पर जो नई संभावनाएं होती हैं, उन्हें तलाशने के लिए नए लोगों की जरूरत होती है। हो सकता है तकनीक को लेकर कई चीजें आपको निराश करें, आपको उतावला बनाएं। लेकिन उस उतावलेपन और उत्सुकता को खोने न दें। आपकी यही उस्सुकता तकनीक के क्षेत्र में नई क्रांति लाएगी और आप वो बना सकेंगे जिसका हमारी पीढ़ी सपने में भी नहीं सोच सकती।
सबसे जरूरी बात है खुले दिमाग का होना। ताकि आप वो ढूंढ सकें जिससे आपको प्यार है। इसलिए इस समय को वो ढूंढने में लगाएं जो आपको दुनिया में किसी भी चीज से ज्यादा उत्तेजित करती हो। वो नहीं जो आपके पैरेंट्स चाहते हैं कि आप करें, वो भी नहीं जो आपके दोस्त कर रहे हैं या वो भी नहीं जो समाज आपसे अपेक्षा रखता है।

Comments